वास्तु शास्त्र में आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए लाफिंग बुद्धा के बारे में। लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को मुख्य द्वार के सामने कम से कम 30 इंच की ऊंचाई पर लगाया जाना चाहिए।
लगाये जाने के लिये आदर्श ऊंचाई 30 इंच से अधिक और साढ़े बत्तीस इंच से कम होनी चाहिए। मूर्ति की नाक ग्रह स्वामी के दोनों हाथों की उंगलियों के बराबर, यानी कम से कम आठ अंगुल का होना चाहिए और अधिकतम ऊंचाई घर की मालिकन के हाथ की नाप से सवा हाथ के बराबर होनी चाहिए।
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मुख्य द्वार के सामने रखी हुई मूर्ति का चेहरा मुख्य द्वार के सामने ही होना चाहिए। जैसे ही द्वार खुले सबसे पहले वही मूर्ति दिखे | ध्यान रहे कि लाफिंग बुद्धा की मूर्ति को रसोई, डायनिंग रूम या बेडरूम में नहीं रखना चाहिए। साथ ही इसकी पूजा भी नहीं की जानी चाहिए।
घर के मुख्य द्वार पर रखें लॉफिंग बुद्धा, आर्थिक स्थिति होगी अच्छी
आपको बता दें लाफिंग बुद्धा भी ऐसा ही एक सुविचारित प्रतीक है। हंसती हुई मूर्ति को देखकर भी मनुष्य प्रसन्नचित हो जाता है। इसीलिए इसको घर के मुख्य द्वार के सामने लगाने का विधान किया गया है ताकि घर में हर व्यक्ति हंसते हुए घुसे। जिस घर के निवासी प्रसन्नचित रहते हैं वहां आर्थिक सम्पन्नता खुद ही खींची चली आती है।
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