आपके मोबाइल फोन में बार बार सुनाई देने वाली कोरोना कॉलर ट्यून के पीछे है किसकी आवाज - IVX Times

Latest

Thursday, June 11, 2020

आपके मोबाइल फोन में बार बार सुनाई देने वाली कोरोना कॉलर ट्यून के पीछे है किसकी आवाज

जसलीन भल्ला Image Source : INSTAGRAM/BHALLAJASLEEN

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जंग लग रही हैं। वहीं भारत की बात करें तो मार्च की शुरुआत में ही देश में लॉकडाउन कर दिया गया जिससे लोग घरों में सुरक्षित रहें। इसके साथ ही आप जब भी कोई भी नंबर डायल करते हैं तो कोरोन वायरस के बारे में कॉलर ट्यून सुनाई देती है। जिसके बाद ही आप किसी से बात कर पाते हैं। इस कॉलर ट्यून में कोरोना के मरीजों की देखभाल के साथ अन्य संबंधित जानकारियां दी गई है। अब तो यह कॉलर ट्यून लोगों की जुबान में रट चुका है, लेकिन आप क्या जानते हैं कि यह आवाज किसकी है? 

आपको बता दें कि ये अवाज दिल्ली में रहने वाली 40 साल की वॉयस ओवर आर्टिस्ट जसलीन भल्ला की है। जसलीन वॉयस ओवर आर्टिस्ट होने पहले वह एक जर्नलिस्ट थीं और स्पोर्ट्स बीट का काम संभालती थीं। फिलहाल जसलीन पिछले दस सालों से एड इंडस्ट्री में काम कर रही हैं। 

कॉलर ट्यून की बात करें तो वह है- कोरोना वायरस या कोविड-19 से आज पूरा देश लड़ रहा है। मगर याद रहे हमें बीमारी से लड़ना है, बीमार से नहीं। उनसे भेदभाव ना करें। उनकी देखभाल करें और इस बीमारी से बचने के लिए जो हमारी ढाल हैं, जैसे हमारे डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारी, पुलिस, सफाई कर्मचारी आदि उनको सम्मान दें। उन्हें पूरा सहयोग दें। इन योद्धाओं की करो देखभाल तो देश जीतेगा कोरोना से हर हाल। अधिक जानकारी के लिए स्टेट हेल्प लाइन नंबर या सेंट्रल हेल्पलाइन नंबर 1075 पर करें। भारत सरकार द्वारा जनहित में जारी।’

पुणे मिरर को दिए एक इंटरव्यू में जसलीन ने बताया कि मैंने वास्तव में मार्च के आखिरी सप्ताह में एक प्रोडक्शन हाउस के लिए ये संदेश रिकॉर्ड किया था, मुझे नहीं पता था कि यह एक सार्वजनिक अभियान के लिए था। अब जब भी मैं यह सुनती हूं तो खुद पर गर्व महसूस करती हूं।

10 सालों से वॉयर ओवर में जसलीन ने दिल्ली मेट्रो, स्पाइसजेट, इंडिगो के लिए  काम किया। दिल्ली मेट्रो में यात्रा करने के दौरान आपने 'दरवाजे आपके बाईं ओर खुलेंगे, कृपया अंतर को ध्यान में रखें'। तो सुना होगा वो भी जसलीन भल्ला की ही आवाज है। 

जसलीन ने कोरोना वायरस के कॉलर ट्यून के लेकर कहा कि मुझे यह बताया गया ता कि इसे आपको जिम्मेदार स्वर के रूप में बोला है जिससे लोग इसे सुनकर इसका पालन करें। यह मेरे लिए बहुत ही आसान था, क्योंकि मैं एक आर्मी ऑफिसर की बेटी हूं। मुझे छोटी उम्र में ही अनुशासन और जिम्मेदारी सिखाई गई थी। 

जसलीन ने आगे कहा कि उन्होंने खुद 2 माह में केवल दो बार घर के बाहर कदम रखा है।



Thanks for reading.
Please Share, Comment, Like the post And Follow, Subscribe IVX Times.
fromSource

No comments:

Post a Comment