वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भरोसा जताया है कि कोरोना वायरस की महामारी की वजह से नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में देरी नहीं होगी। इसके साथ ही उन्होंने ई-मेल के जरिये मतदान कराने के विचार का कड़ा विरोध करते हुए मतदाता पहचान पत्र के साथ मतदान केंद्र पर होने वाले मतदान को ही वास्तविक चुनाव करार दिया।
ट्रम्प की टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कोरोना वायरस की महामारी के चलते अमेरिका के मतदाताओं के मतदान से दूर रहने की आशंका के मद्देनजर ई-मेल के जरिये मतदान कराने के विकल्प पर बहस चल रही है। राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में कोरोना वायरस पर गठित कार्यबल की शुक्रवार बैठक में कहा,‘‘ मैं मानता हूं कि बहुत से लोग ई-मेल से मतदान में फर्जीवाड़ा करेंगे। मेरा मनना है कि लोगों को मतदाता पहचान पत्र के साथ मतदान करना चाहिए। मैं मानता हूं कि मतदाता पहचान पत्र बहुत महत्वपूर्ण है और यही वजह है कि वे मतदाता पहचान पत्र नहीं चाहते क्योंकि वे फर्जीवाड़ा करना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत, अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील जैसे कई देशों में मतदाता पहचान पत्र चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा है और सरकार मतदाताओं की पहचान के लिए सरकार फोटो युक्त मतदाता पहचान पत्र जारी करती है। अमेरिका में राज्यों के हिसाब से अलग-अलग नियम है। कुछ राज्य मतदाता पहचान पत्र का इस्तेमाल करते हैं जबकि कुछ ने इसका वीटो कर दिया है। केंटुकी के गवर्नर एंडी बेशियर शुक्रवार को गवर्नर हैं जिन्होंने शुक्रवार को मतदाता पहचान पत्र विधेयक का वीटो किया। ट्रम्प ने कहा कि लोगों को चुनाव में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर उचित दस्तावेज के जरिये पहचान स्थापित कर मतदान करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ आपको मतदान के लिए तस्वीर दिखानी चाहिए।
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