नई दिल्ली: पाकिस्तान में सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने आशंका व्यक्त की है कि सूबे में कोरोनो वायरस से होने वाली मौतों की वास्तविक संख्या वर्तमान में बताई जा रही घटनाओं की तुलना में बहुत अधिक है। शाह ने कहा कि उनको शक इसलिए है कि बहुत से केस प्रकाश में नहीं आ पा रहे हैं।
इसी बीच सिंध सरकार ने कराची में एक नया कब्रिस्तान बनवाया है, जहां कोरोना वायरस के संक्रमण से मारे गए लोगों को दफनाया जाएगा। सरकार ने सुपर हाईवे और शहर के नेशनल हाईवे को जोड़नेवाले लिंक रोड पर कब्रगाह के लिए जमीन दी है, जो करीब 80 एकड़ में फैला है। पाकिस्तान के समाचार चैनल एआरवाई न्यूज ने यह जानकारी दी है।
वहीं शहर के प्रशासन के आंकडों से खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के कराची में 20 फरवरी से लेकर 9 अप्रैल तक यानि 49 दिनों में 3265 लाशें पहुंची हैं। हालांकि इसको लेकर कोई ऑफिशियन बयान सामने नहीं आया है कि ये मौतें कोरोना वायरस के कारण हुई हैं या फिर प्राकृतिक हैं।
बता दें कि शहर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और अस्पतालों में कोरोना के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। कराची सरकारी अस्पतालों से मिली जानकारी के मुताबिक 10,791 पेशेंट 2020 के पहले तीन महीनों में इमरजेंसी में लाए गए थे। हालांकि ये साफ नहीं है कि इनमें से कितने केस कोरोना वायरस के थे।
इस बीच सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 1,764 नये मामले सामने आने के बाद मरीजों की कुल संख्या 25,837 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 35 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 594 हो गई। उसने कहा कि अब तक इस वायरस से 7,530 लोग स्वस्थ हुए है।
मंत्रालय ने कहा कि पंजाब में मरीजों की संख्या 10,033 है जबकि सिंध में 9,093, खैबर-पख्तूनख्वा में 3,956, बलूचिस्तान में 1,725, इस्लामाबाद 558, गिलगित-बाल्टिस्तान में 394 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 78 हैं। देश में अब तक 2,57,247 लोगों की जांच की गई है। पिछले 24 घंटे में 11,993 लोगों की जांच की गई है। कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद सरकार ने बृहस्पतिवार को शनिवार से लॉकडाउन हटाना शुरू करने की घोषणा की।
Thanks for reading.
Please Share, Comment, Like the post And Follow, Subscribe IVX Times.
fromSource
No comments:
Post a Comment