गिलगिट। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के गिलगिट-बालटिस्तान प्रांत में एनएलआई बाजार के कारोबारियों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय प्रशासन उनके साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार कर रहा है। एक कारोबारी ने कहा कि पूदे देश में सभी बाजार खुले हैं लेकिन हमें अपनी दुकानें बंद रखने के लिए मजबूर किया जा रहा है। क्या हम मानव नहीं हैं? क्या हमारे बच्चे नहीं हैं?
Pakistan Occupied Kashmir (POK): Traders of the NLI market in Gilgit-Baltistan region say they are being discriminated against by local administration. A trader says, "All other markets are open but we have been forced to stay closed. Are we not humans? Don't we have children?". pic.twitter.com/053vXyBlS7
— ANI (@ANI) May 13, 2020
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में मार्च में 200 प्रतिशत की वृद्धि
पाकिस्तान में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में मार्च में 200 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध में वृद्धि ऐसे समय सामने आई है जब देश कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित है। सस्टेनेबल सोशल डेवलप्मेंट ऑर्गेनाइजेशन ने अपनी जनवरी से मार्च 2020 रिपोर्ट में कहा कि जनवरी के मुकाबले महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
इस्लामाबाद स्थित गैर सरकारी संगठन ने कहा कि इसी तरह से बाल उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, अपहरण और बलात्कार के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी गई। एसएसडीओ ने अपने अध्ययन ट्रैकिंग क्राइम्स अगेंस्ट ह्यूमंस इन पाकिस्तान’ के लिए आंकड़े अंग्रेजी भाषा के तीन समाचार पत्रों.द न्यूज, द डॉन और द नेशन तथा तीन उर्दू समाचार पत्रों.जंग, दुनिया और एक्सप्रेस से एकत्रित किए। अपराधों को आठ श्रेणियों में विभाजित किया गया- बाल विवाह, बाल उत्पीड़न, बाल श्रम, घरेलू उत्पीड़न, अपरहण, बलात्कार, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और हत्या। फरवरी में बाल उत्पीडन के 13 मामले सामने आए, जबकि मार्च में 61 मामले आए।
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