टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से जंग के लिए देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आने के एक महीने बाद जापान ने आपातकाल लगाने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि आधारभूति आर्थिक गतिविधियां इस अवधि के दौरान जारी रहेंगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित सात शहरों टोक्यो, कानागावा, सैतामा, चीबा, ओसाका, हयोगो और फुकौका में बेसिक आर्थिक गतिवधियां जारी रहेंगी और यहां सार्वजनिक परिवहन और सुपरमार्केट भी खुले रहेंगे। आबे ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने का आग्रह किया है।
चीन और रूस के बीच बंद हो रही जमीनी सीमा
व्लादीवोस्तक के निकट चीन और रूस अपनी जमीनी सीमा और नदी बंदरगाह को बंद कर रहे हैं। यह कदम यहां से वापस अपने घर लौट रहे चीनी नागरिकों में से 59 में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उठाया जा रहा है। व्लादीवोस्तक में चीनी वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट पर जारी किए गए नोटिस के मुताबिक, मंगलवार से रूसी घरेलू उड़ानों से सीमावर्ती क्षेत्रों में पहुंचे सभी चीनी नागरिकों के लिए 14 दिन पृथकवास में गुजारना अनिवार्य होगा।
नोटिस के मुताबिक, सिर्फ विशेष पास धारकों को ही इसके बाद रूस की तरफ सीमावर्ती इलाके में जानी की इजाजत होगी। इसमें यह स्पष्ट नहीं है कि क्या पासधारकों को चीन की तरफ जाने की इजाजत होगी। नोटिस में कहा गया कि इसके अलावा रूस की तरफ सीमावर्ती इलाके में एक जू्न तक सभी गेस्ट हाउस और नर्सिंग होम बाहरी लोगों के लिये बंद रहेंगे। नोटिस के मुताबिक यहां, महावाणिज्य दूत सभी चीनी लोगों को यह याद दिलाते हैं कि स्थिति को पूरी तरह ध्यान में रखें और इस सीमा का इस्तेमाल चीन वापसी के लिये न करें।
Thanks for reading.
Please Share, Comment, Like the post And Follow, Subscribe IVX Times.
fromSource
No comments:
Post a Comment